क्रांति की अंतिम ज्वाला ~ १
सन् १९४५, नवम्बर या दिसम्बर का एक दिन। मुंबई के तटवर्ती इण्डियन रॉयल नेवी के ठिकाने एमएमआईएस तलवार पर नीरव शांति पसरी हुई थी। सर्दियों की शुरुआत का खुशनुमा मौसम…
रूपकुण्ड का रहस्य ~ भाग १
किसके थे यह कंकाल? कितने वर्ष पुराने थे इनके अवशेष? किसने किया था इनका संहार?
पेशवा बाजीराव बल्लाळ भट्ट (बाजीराव प्रथम)
बाजीराव अर्थात ऐसा योद्धा जो अपने बाहुबल और युद्ध कौशल से बड़ी से बड़ी शत्रु सेना को ठिकाने लगा देता था।
सम्राट पृथ्वीराज चौहान (तृतीय)
पृथ्वीराज चौहान, नाम सुनते ही उस प्रतापी सम्राट का स्मरण हो आता है जिसने इस भारत भूमि की रक्षार्थ अपना सर्वस्व निछावर कर दिया । चलिए आपको ले चलते है…
मेघदूतम् – १: कालिदास की अनुपम कृति का हिंदी अनुवाद
रामगिरी के क्षेत्र में श्राप त्रस्त एक यक्ष सहे वियोग की वेदना हुआ मोह से ग्रस्त!
मुगल उदय से पूर्व अंतिम हिन्दू सम्राट: हेमचन्द्र विक्रमादित्य
बाईस संग्रामों को जीतने वाले इस वीर योद्धा को क्यों नकार दिया गया। इतिहास को अपनी बपौती समझ उलट पलट करने से सवाल पूछना जितना जरुरी है उतना स्वयं इतिहास…
भारत में सूर्योपासना: भाग १
सूर्य देव की उपासना व सौर मत के उपासक अब अधिकतर लुप्तप्राय हो चुके हैं परंतु कई स्थानों पर सिद्ध स्थलों व कई उपासना पद्धतियों ने आज भी सूर्योपासना को…
राक्षस राज रावण और रावण-चरित्र से जुड़ी भ्रांतियां
रावण यदि श्राप के प्रभाव में नहीं होता तो वह सीताजी को भी स्पर्श करने का प्रयास अवश्य करता।