Category: पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा : “क्रांतिदूत – #मित्रमेला” ~ मनीष श्रीवास्तव

पुस्तक की शुरुआत महान क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर को दो जन्मों की कालापानी की सजा का आदेश प्राप्त होने से होती है और फिर यह कथा पूर्वावलोकन में चली जाती…

पुस्तक समीक्षा : “प्रभास” ~ तृषार

प्रभास - काल्पनिक चरित्रों और कहानियों के माध्यम से मुख्यतया सोमनाथ मंदिर की स्थापना और उस से जुड़े इतिहास के अलग-अलग आयामों को छूती है।

‘क्रांतिदूत’ ~ डॉ मनीष श्रीवास्तव

इस कथा में आप पात्रों के साथ साथ दृश्यों में आगे बढ़ेंगे,अनेक अनापेक्षित चरित्रों एवं घटनाओं से आपका सामना होगा, हिंदी के साथ साथ स्थानीय भाषा का पुट आने से…

पुस्तक समीक्षा : “समय अभी तक वहीं खड़ा है” ~ कल्पेश वाघ

काव्य-संग्रह "समय अभी तक वहीं खड़ा है" को पढ़ना एक कवि के स्वप्नलोक की यात्रा में उसके समानांतर चलने जैसा है; एक यात्रा जो रचनाओं के मेघ में शब्द, लय,…

पुस्तक समीक्षा : “सबसे सस्ते दिन” ~ अजय चंदेल

सबसे सस्ते दिन संग्रह की कहानियाँ साफ-सीधी और नए गठान की हैं। कुल जमा सत्ताइस कहानियाँ—तीन खंडों में विभक्त—जाने-पहचाने परिवेशों की हैं। कहानियों का ताना-बाना सरस है। इन कहानियों में…

पुस्तक समीक्षा : “मैं मुन्ना हूं” ~ मनीष श्रीवास्तव

लेखक परिचय ‘मैं मुन्ना हूं’ मनीष जी का दूसरा उपन्यास है, उनके प्रथम उपन्यास का नाम ‘रूही – एक पहेली’ है। श्री मनीष श्रीवास्तव की रचनाएँ ऑप इंडिया, मंडली, स्वराज्य,…