Category: इतिहास

विभाजन का षड्यंत्र और गणोशोत्सव की गरिमा

यदि भारत के सभी धर्म समुदाय में ‘एकता’ हो तो ‘सशस्त्र क्रांति’ कर के ब्रिटिश सत्ता को गिराना इतना कठिन नहीं था और इस बात को अंग्रेज ब-खूबी समझ चुके…

क्रांति की अंतिम ज्वाला ~ १

सन् १९४५, नवम्बर या दिसम्बर का एक दिन। मुंबई के तटवर्ती इण्डियन रॉयल नेवी के ठिकाने एमएमआईएस तलवार पर नीरव शांति पसरी हुई थी। सर्दियों की शुरुआत का खुशनुमा मौसम…

सम्राट पृथ्वीराज चौहान (तृतीय)

पृथ्वीराज चौहान, नाम सुनते ही उस प्रतापी सम्राट का स्मरण हो आता है जिसने इस भारत भूमि की रक्षार्थ अपना सर्वस्व निछावर कर दिया । चलिए आपको ले चलते है…

मुगल उदय से पूर्व अंतिम हिन्दू सम्राट: हेमचन्द्र विक्रमादित्य

बाईस संग्रामों को जीतने वाले इस वीर योद्धा को क्यों नकार दिया गया। इतिहास को अपनी बपौती समझ उलट पलट करने से सवाल पूछना जितना जरुरी है उतना स्वयं इतिहास…