Category: कला

शिल्प परिक्रमा: जब भोलेनाथ ने धारण किया वराह बालकों की माता का रूप!!

भगवान विष्णु के दस अवतारों में से एक वराह का अवतार भी है यह तो अधिकांश लोग जानते ही हैं किन्तु महादेव के वराह रूप के बारे में शायद ही…

श्री वैकुंठ मूर्ति – भगवान विष्णु का अनूठा रूप

आम जनधारणा में वैकुंठ को विष्णु का निवास स्थान माना जाता है लेकिन कुछ जानकारों के मतानुसार वै-कुंठ = जहां कुंठा के लिए स्थान नहीं। विष्णु सहस्रनाम में भी चतुर्मूर्ति…

ज्ञानवापी वजुखाने में प्राचीन शिवलिङ्ग या फव्वारा? क्या कहते हैं शास्त्र?

एक तरफ शिवलिङ्ग के पक्षधरों के चेहरों पर उत्साह और आत्मविश्वास है तो दूसरी ओर औरंगजेब के पक्षधरों की बातों में घृणा और चेहरों पर क्रोध है।

श्री कृष्ण के तीन बालरूप और हिन्दू मंदिरों में उनका चित्रांकन

हिन्दू मंदिरों में देवी देवताओं के शिल्पों को हम दो मुख्य विभागों में वर्गीकृत कर सकते हैं; वैदिक देवता और पौराणिक अवतारों की कथाओं के शिल्प। पौराणिक अवतारों के जीवन…

श्रीराम पंचायतन – राघव मूर्ति विधान

श्री रामचंद्र, रघुकुल में दशरथ के पुत्र। सैंकड़ों वर्षों के संघर्ष के पश्चात भारत के आराध्य, आदर्श, मर्यादापुरुषोत्तम राम के मंदिर का अयोध्या में ५ अगस्त के शुभ दिन भूमिपूजन…

खजुराहो – कामुक प्रतिमाएं या जीवन दर्शन?

खुद ब्रह्मचर्य के मशहूर प्रयोग करने वाले गांधीजी खजुराहो की मैथुन मूर्तियों को देश की संस्कृति के लिए शर्म मानते थे और वो चाहते थे कि इन खूबसूरत प्रतिमाओं को…

दास मारुति और वीर मारुति

हमारे धर्म में सभी देवी-देवताओं की एक निश्चित प्रकृति होती है। ब्रह्माजी सृष्टि निर्माण करते हैं, विष्णु सृष्टि के चालक हैं तो शिवजी प्रलय के देवता हैं। गणेशजी शुभ कार्यों…