क्रांति की अंतिम ज्वाला ~ १
सन् १९४५, नवम्बर या दिसम्बर का एक दिन। मुंबई के तटवर्ती इण्डियन रॉयल नेवी के ठिकाने एमएमआईएस तलवार पर नीरव शांति पसरी हुई थी। सर्दियों की शुरुआत का खुशनुमा मौसम…
मंदिरों का भारत: भाग १६ ~ श्री विघ्नेश्वर – ओझर तथा श्री महागणपति – रांजणगाँव
श्री विघ्नेश्वर, ओझर, श्री महागणपति, रांजणगाँव
मंदिरों का भारत: भाग १५ ~ श्री गिरीजात्मज गणपति, लेण्याद्री
मराठी भाषा में ‘लेणी’ शब्द का अर्थ ही गुफा होता है और इसीलिए सह्याद्री में स्थित गुफाओं को लेण्याद्री कहा गया
मंदिरों का भारत: भाग १४ ~ श्री सिद्धिविनायक मंदिर, थेऊर
जिस गणेश मूर्ति का अनुष्ठान कर के ब्रह्माजी का चित्त शांत हुआ, उस मूर्ति को चिंतामणि मूर्ति कहा गया।
मंदिरों का भारत: भाग १३ ~ श्री वरद विनायक, महड
कौडिन्यपुर के निःसंतान राजा को पुत्रप्राप्ति की कामना थी और ऋषि विश्वामित्र ने उनको गणेश मंत्र से गणेशोपासना का सुझाव दिया। भक्तवत्सल गणपति ने राजा की मनोकामना पूर्ण की, कौडिन्यपुर…
मंदिरों का भारत: भाग १२ ~ श्री बल्लाळेश्वर गणपति, पाली
महाराष्ट्र के पाली गाँव में कल्याण नाम के बडे़ व्यापारी अपनी पत्नी ईंदुमती के साथ रहा करते थे। उन्हें गाँव का सफलतम व्यापारी माना जाता था। उनका पुत्र गणेश भक्त…
मंदिरों का भारत: भाग ११ ~ श्री सिद्धिविनायक, सिद्धटेक
पौराणिक कथा मुद्गल पुराण में सिद्धिविनायक गणपति की कथा का विस्तार है। सृष्टि के आरंभ में सृष्टिकर्ता ब्रह्माजी का उद्गम कमल के पुष्प से होता है। और इस कमल पुष्प…
मंदिरों का भारत: भाग १० ~ श्री मोरेश्वर गणपति, मोरगांव
पौराणिक कथा गणेश पुराणानुसार मिथिला के राजा चक्रपाणि और रानी उग्रा को सूर्य के वरदान से पुत्र प्राप्ति हुई। समुद्र तट पर त्याग दिये गये इस पुत्र का नाम सिंधु…
प्रजापति ब्रह्माजी का ‘द-द-द’ का उपदेश
देवताओं, मनुष्यों और दानवों को प्रजापति ब्रह्माजी "ददद" का उपदेश देते हैं