माँ के दस रूप ‘दस महाविद्या’ ~ भाग २
नवरात्र लेख शृंखला के पिछले भाग में हमने दस महाविद्या के प्रथम चार रूपों के बारे में पढा, चलिए आज जानते हैं माँ के अन्य रूपों का वर्णन!
प्राचीन से समकालीन तक…
नवरात्र लेख शृंखला के पिछले भाग में हमने दस महाविद्या के प्रथम चार रूपों के बारे में पढा, चलिए आज जानते हैं माँ के अन्य रूपों का वर्णन!
महाभारत के लेखन से पूर्व पाठक का उत्तरदायित्व समझाता एक प्रसंग
देवताओं, मनुष्यों और दानवों को प्रजापति ब्रह्माजी "ददद" का उपदेश देते हैं
असंख्य तारों, ग्रहों, नक्षत्रों से निर्मित यह हमारी मंदाकिनी ‘आकाशगंगा’ है।
लेकिन मैं उस मार्ग को छोड़ चुका था और मेरे लिए उस रास्ते पर फिर से जाना निरर्थक था।
हिंदू मंदिर में घंट, पुष्प, धूप और प्रसाद का महत्व
भगवान विष्णु के दस अवतारों में से एक वराह का अवतार भी है यह तो अधिकांश लोग जानते ही हैं किन्तु महादेव के वराह रूप के बारे में शायद ही…
आम जनधारणा में वैकुंठ को विष्णु का निवास स्थान माना जाता है लेकिन कुछ जानकारों के मतानुसार वै-कुंठ = जहां कुंठा के लिए स्थान नहीं। विष्णु सहस्रनाम में भी चतुर्मूर्ति…
समुपस्थ महाभारत रण मेंहरि भजूँ हरी का चारण मैंसेनासागर के मध्य कहेअर्जुन , श्रीकृष्ण के चरण गहें स्मृति मिली सब मोह गयामन को अकुलाता क्षोभ गयाहे केशव बुद्धिपट खोलेप्रणिपात किया…
अयोध्या के राजकुमार मर्यादा पुरुषोत्तम राम सभी बाधाओं को पार कर अपनी पत्नी की खोज में भारत भूमि के आखरी छोर पर पहुँच चुके थे, अब महाबली दशानन की स्वर्ण…