साहित्य का सृजन, लेखन के लक्षण और अभ्यासू का उत्तरदायित्व
महाभारत के लेखन से पूर्व पाठक का उत्तरदायित्व समझाता एक प्रसंग
प्राचीन से समकालीन तक…
महाभारत के लेखन से पूर्व पाठक का उत्तरदायित्व समझाता एक प्रसंग
देवताओं, मनुष्यों और दानवों को प्रजापति ब्रह्माजी "ददद" का उपदेश देते हैं
पुस्तक की शुरुआत महान क्रांतिकारी विनायक दामोदर सावरकर को दो जन्मों की कालापानी की सजा का आदेश प्राप्त होने से होती है और फिर यह कथा पूर्वावलोकन में चली जाती…
यह पत्थर से बना हुआ अष्टकोणीय मंदिर है। मंदिर में देवी की वाराही स्वरुप में पूजा होती है
असंख्य तारों, ग्रहों, नक्षत्रों से निर्मित यह हमारी मंदाकिनी ‘आकाशगंगा’ है।
इस शिवालय का निर्माण गण्डरादित्य चोला ने करवाया था। इस शिव मन्दिर के कारण ही इस स्थान को मदुरान्तक चतुर्वेदी मंगलम कहा जाता था।
भारत के लिए द्रोहियों की कहानी कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
लेकिन मैं उस मार्ग को छोड़ चुका था और मेरे लिए उस रास्ते पर फिर से जाना निरर्थक था।
राजस्थान के सीकर में खाटू श्याम मंदिर में मची भगदड़ में कम से कम तीन लोगों की मृत्यु
यह मंदिर मदुरंतकम झील किनारे के पास स्थित है। मंदिर में करुणाकरमूर्ति की एक छवि भी है।