Month: September 2022

मंदिरों का भारत: भाग १३ ~ श्री वरद विनायक, महड

कौडिन्यपुर के निःसंतान राजा को पुत्रप्राप्ति की कामना थी और ऋषि विश्वामित्र ने उनको गणेश मंत्र से गणेशोपासना का सुझाव दिया। भक्तवत्सल गणपति ने राजा की मनोकामना पूर्ण की, कौडिन्यपुर…

मंदिरों का भारत: भाग १२ ~ श्री बल्लाळेश्वर गणपति, पाली

महाराष्ट्र के पाली गाँव में कल्याण नाम के बडे़ व्यापारी अपनी पत्नी ईंदुमती के साथ रहा करते थे। उन्हें गाँव का सफलतम व्यापारी माना जाता था। उनका पुत्र गणेश भक्त…

मंदिरों का भारत: भाग ११ ~ श्री सिद्धिविनायक, सिद्धटेक

पौराणिक कथा मुद्गल पुराण में सिद्धिविनायक गणपति की कथा का विस्तार है। सृष्टि के आरंभ में सृष्टिकर्ता ब्रह्माजी का उद्गम कमल के पुष्प से होता है। और इस कमल पुष्प…

मंदिरों का भारत: भाग १० ~ श्री मोरेश्वर गणपति, मोरगांव

पौराणिक कथा गणेश पुराणानुसार मिथिला के राजा चक्रपाणि और रानी उग्रा को सूर्य के वरदान से पुत्र प्राप्ति हुई। समुद्र तट पर त्याग दिये गये इस पुत्र का नाम सिंधु…