मेघदूतम् – १: कालिदास की अनुपम कृति का हिंदी अनुवाद
रामगिरी के क्षेत्र में श्राप त्रस्त एक यक्ष सहे वियोग की वेदना हुआ मोह से ग्रस्त!
प्राचीन से समकालीन तक…
रामगिरी के क्षेत्र में श्राप त्रस्त एक यक्ष सहे वियोग की वेदना हुआ मोह से ग्रस्त!
बाईस संग्रामों को जीतने वाले इस वीर योद्धा को क्यों नकार दिया गया। इतिहास को अपनी बपौती समझ उलट पलट करने से सवाल पूछना जितना जरुरी है उतना स्वयं इतिहास…
सूर्य देव की उपासना व सौर मत के उपासक अब अधिकतर लुप्तप्राय हो चुके हैं परंतु कई स्थानों पर सिद्ध स्थलों व कई उपासना पद्धतियों ने आज भी सूर्योपासना को…
हमारे पुराणादि शास्त्रों में माता के आगमन व गमन वाहनों के विषय में व उनके प्रकृति एवं मनुष्यों पर प्रभाव के विषय में अत्यंत विस्तार से बताया गया है।
नवरात्र लेख शृंखला के पिछले भाग में हमने दस महाविद्या के प्रथम चार रूपों के बारे में पढा, चलिए आज जानते हैं माँ के अन्य रूपों का वर्णन!
आदिशक्ति, ब्रह्मांड की मौलिक ऊर्जा या आद्य शक्ति, हिंदू परंपरा में देवी मां के रूप में पूजा की जाती है। हे देवी, शिव तुम्हारे बिना शक्तिहीन हैं। सौंदर्य लहरी आदि…
यह पत्थर से बना हुआ अष्टकोणीय मंदिर है। मंदिर में देवी की वाराही स्वरुप में पूजा होती है
भगवान विष्णु का ये मंदिर निरंजना (फल्गु) नदी के किनारे अवस्थित है।