क्रांति की अंतिम ज्वाला ~ १

सन् १९४५, नवम्बर या दिसम्बर का एक दिन। मुंबई के तटवर्ती इण्डियन रॉयल नेवी के ठिकाने एमएमआईएस तलवार पर नीरव शांति पसरी हुई थी। सर्दियों की शुरुआत का खुशनुमा मौसम और समुद्र तट की हवा का आह्लादक अनुभव लेते हुए करीब इक्कीस वर्ष का टेलिग्राफर ड्यूटी पर तैनात था। तभी टेलिग्राफ कक्ष में आगंतुक ने … Continue reading क्रांति की अंतिम ज्वाला ~ १