मंदिरों का भारत: भाग १८ ~ उनोकोटि – सुदूर पूर्व का शिल्प सौंदर्य
सबसे बड़े शिव उकेरण को उनोकोतिश्वर काल भैरव कहते हैं।इनकी ऊंचाई साढ़े तेरह मीटर है। इनके जटा जूट ही साढ़े तीन मीटर ऊंचे हैं।इस शिव उकेरण के वाम भाग से…
प्राचीन से समकालीन तक…
सबसे बड़े शिव उकेरण को उनोकोतिश्वर काल भैरव कहते हैं।इनकी ऊंचाई साढ़े तेरह मीटर है। इनके जटा जूट ही साढ़े तीन मीटर ऊंचे हैं।इस शिव उकेरण के वाम भाग से…
भारत के लिए द्रोहियों की कहानी कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
हिंदू मंदिर में घंट, पुष्प, धूप और प्रसाद का महत्व
स्वतंत्र भारत की सरकारों द्वारा सिक्कों पर देवी देवताओं को स्थान नहीं देना।