‘अभक्ते नैव दातव्यं’ – आस्था का अपमान और आक्रोश की अभिव्यक्ति
अतः न गजनी सफल हुआ था, न खिलजी, न औरंगजेब और न ही वामपंथी अपने उद्देश्य में सफल हो सकेंगे।
प्राचीन से समकालीन तक…
अतः न गजनी सफल हुआ था, न खिलजी, न औरंगजेब और न ही वामपंथी अपने उद्देश्य में सफल हो सकेंगे।