गुजरात राज्य के कच्छ जिल्ले मे केरा नामक गांव है जो एक समय पर कच्छ की राजधानी हुआ करता था। इस स्थान पर दसवीं शताब्दी में लाखेश्वर महादेव का मंदिर का निर्माण जाम लाखजी फुलाणी नामक राजा द्वारा किया गया था।
लाखेश्वर महादेव का इतिहास
दसवीं शताब्दी में निर्मित लाखेश्वर महादेव का मंदिर चालुक्य शैली में बनाया गया था जो दो महाविनाशकारी भूकंप के कारण आज काफी क्षतिग्रस्त हालत में है। सन १८१९ में तथा सन २००१ में आए भयावह भूकंपों का प्रहार झेलने के बावजूद यह स्थापत्य आज भी अपनी भव्यतम आभा की गवाही दे रहा है।
मंदिर के निकट प्राचीन कपिलकोट किले के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं। मंदिर का चौकोर गर्भगृह संरक्षित रखने के लिए काफी जद्दोजहद की गई है और ध्वस्त हो चुके शिखर के बावजूद यह काफी अच्छी स्थिति में है। मंदिर की दिवारों पर यक्ष और अन्य आकृतियों का चित्रण किया गया है।
दसवीं शताब्दी में निर्मित लाखेश्वर महादेव का मंदिर चालुक्य शैली में बनाया गया था जो दो महाविनाशकारी भूकंप के कारण आज काफी क्षतिग्रस्त हालत में है। सन १८१९ में तथा सन २००१ में आए भयावह भूकंपों का प्रहार झेलने के बावजूद यह स्थापत्य आज भी अपनी भव्यतम आभा की गवाही दे रहा है।
मंदिर के निकट प्राचीन कपिलकोट किले के अवशेष आज भी देखे जा सकते हैं। मंदिर का चौकोर गर्भगृह संरक्षित रखने के लिए काफी जद्दोजहद की गई है और ध्वस्त हो चुके शिखर के बावजूद यह काफी अच्छी स्थिति में है। मंदिर की दिवारों पर यक्ष और अन्य आकृतियों का चित्रण किया गया है।
जाम लाखाजी फुलाणी
जाम फुलजी का विवाह गुजरात की प्रसिद्ध राजकुमारी सोनल पदमणी से हुआ था, उनके दो पुत्र हुए, लाखाजी ओर धाओजी। लाखाजी केरा राज्य (कोट) के राजा (जाम) हुऐ जिसका विस्तार आज के अबडासा तक था उन्होने केरा कोट मे लाखेश्वर महादेव का भव्य मंदिर बनाया। धाओजी के बेटे पुंअरोजी पुंअरेश्वर के जाम (राजा) बने और उन्होने भी इसी तरह का महादेव का भव्य मंदिर बनवाया जो पुंअरेश्वर महादेव के नाम से प्रसिद्ध है।
स्थानीय लोक कथाओं में जाम लाखा को मेघ का अवतार माना जाता है। उसके पीछे भी रसप्रद किस्सा है। जब केराकोट में उनका आगमन हुआ था तब कच्छ मे वर्षा हुई थी ओर तब अषाढी बीज भी थी इसी उपलक्ष्य में हर साल कच्छी नया साल अषाढी बीज को मनाया जाता है।
कच्छ में जाम लाखाजी के लिये एक कहावत प्रचलित है;
लाखा त लख
पण फुलाणी मे फेर
लाखा तो बहुत हुऐ पर फुलाणी एक ही है ओर वो लाखा फुलाणी है।
Featured image credits : Jaypalsinh Jadeja
शानदार प्रस्तुति