प्रेम आसक्ति और समर्पण
बात उस समय की है जब मेवाड़ पर महाराणा राज सिंह सिसोदिया का राज था और मेवाड़ का एक ठिकाना सलूम्बर था जिसके सरदार ‘राव रतन सिंह चुण्डावत’ थे। चूंकि…
प्राचीन से समकालीन तक…
बात उस समय की है जब मेवाड़ पर महाराणा राज सिंह सिसोदिया का राज था और मेवाड़ का एक ठिकाना सलूम्बर था जिसके सरदार ‘राव रतन सिंह चुण्डावत’ थे। चूंकि…