धन्य है ऐसे होरियारे
धन्य है ऐसे दोस्त जो न खायेंगे न खाने देंगे के भाव के साथ न मिलेंगे न मिलने देंगे के…
जो रस बरस रहा बरसाने सो रस तीन लोक में नाँय
धीरे धीरे दिन चढ़ने को आया लेकिन कृष्ण अपने गोप सखाओ संग बरसाने होली खेलने नही आए
विभाजन का षड्यंत्र और गणोशोत्सव की गरिमा
यदि भारत के सभी धर्म समुदाय में ‘एकता’ हो तो ‘सशस्त्र क्रांति’ कर के ब्रिटिश सत्ता को गिराना इतना कठिन…
तीर्थंकरों की प्रतिमा में श्रीवत्स
श्रीवत्स, एक ऐसा शब्द है जिसका हिंदू जैन तथा बौद्ध कला में महत्व अलग अलग होता है।
‘आरती’ अनुष्ठान और महत्व
नियमानुसार देव प्रतिमा को प्रकाशित करने वाली आरती को दक्षिणावर्ती दिशा में घुमाया जाता है।
मंदिरों की माला और माला के मनके
आपकी एलोरा की यात्रा तब तक पूर्ण नहीं मानी जाएगी जब तक आप पट्टाडकल के विरुपाक्ष मन्दिर की यात्रा नहीं…
भैरव: कथा और उनके विविध रूप ~ बटुक भैरव
भैरव प्रतिमा के आसपास पिशाचों का चित्रण हो और शिव गणों की भी उपस्थिति हो