क्रांति की अंतिम ज्वाला ~ १
सन् १९४५, नवम्बर या दिसम्बर का एक दिन। मुंबई के तटवर्ती इण्डियन रॉयल नेवी के ठिकाने एमएमआईएस तलवार पर नीरव…
रूपकुण्ड का रहस्य ~ भाग १
किसके थे यह कंकाल? कितने वर्ष पुराने थे इनके अवशेष? किसने किया था इनका संहार?
पेशवा बाजीराव बल्लाळ भट्ट (बाजीराव प्रथम)
बाजीराव अर्थात ऐसा योद्धा जो अपने बाहुबल और युद्ध कौशल से बड़ी से बड़ी शत्रु सेना को ठिकाने लगा देता…
सम्राट पृथ्वीराज चौहान (तृतीय)
पृथ्वीराज चौहान, नाम सुनते ही उस प्रतापी सम्राट का स्मरण हो आता है जिसने इस भारत भूमि की रक्षार्थ अपना…
मुगल उदय से पूर्व अंतिम हिन्दू सम्राट: हेमचन्द्र विक्रमादित्य
बाईस संग्रामों को जीतने वाले इस वीर योद्धा को क्यों नकार दिया गया। इतिहास को अपनी बपौती समझ उलट पलट…
बापू की उंगली थाम चली हिंदी की कलम।
गाँधी के विचार पारस थे जिसने भी उनके वचनों को गुना उसका हृदय स्वर्णाभा सा चमक उठा।
सिंध में सूर्यास्त: पराधीनता का प्रथम प्रकरण
भारत के लिए द्रोहियों की कहानी कोई आश्चर्य की बात नहीं है।
स्थितप्रज्ञता का साक्षात्कार
लेकिन मैं उस मार्ग को छोड़ चुका था और मेरे लिए उस रास्ते पर फिर से जाना निरर्थक था।
पावनखिंड़ के पराक्रमी ~ भाग २: बाजीप्रभु देशपांडे
ब्राह्म मुहूर्त का समय हो चला था, महादेव को संध्या वंदन करते हुए इस क्षीण अवस्था में भी बाजीप्रभु ने…